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Prakriti  "प्रकृति"

Prakṛti, also Prakriti or Prakruti (from Sanskrit language प्रकृति, prakṛti), means "nature". It is a key concept in Hinduism, formulated by its Samkhya school, and refers to the primal matter with three different innate qualities (Guṇas) whose equilibrium is the basis of all observed empirical reality. Prakriti, in this school, contrasts with Purusha which is pure awareness and metaphysical consciousness.The term is also found in the texts of other Indian religions such as Jainism, and Buddhism.

In Indian languages derived from Indo-European Sanskrit roots, Prakriti refers to the feminine aspect of all life forms, and more specifically a woman is seen as a symbol of Prak  

प्रकृति, व्यापकतम अर्थ में, प्राकृतिक, भौतिक या पदार्थिक जगत या ब्रह्माण्ड हैं। "प्रकृति" का सन्दर्भ भौतिक जगत के दृग्विषय से हो सकता है और सामन्यतः जीवन से भी हो सकता हैं। प्रकृति का अध्ययन, विज्ञान के अध्ययन का बड़ा हिस्सा है। यद्यपि मानव प्रकृति का हिस्सा है, मानवी क्रिया को प्रायः अन्य प्राकृतिक दृग्विषय से अलग श्रेणी के रूप में समझा जाता है। मानव और पशुपक्षी आदि सभी प्रकृति की ही तो देन है!मान व अपनी विकास की ओर बढता जा रहा है ! पर वह प्रकृति की अनदेखा कर रहा है !

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Earth(पृथ्वी)

Earth is the third planet from the Sun and the only astronomical object known to harbor life. According to radiometric dating and other sources of evidence, Earth formed over 4.5 billion years ago. Earth's gravity interacts with other objects in space, especially the Sun and the Moon, Earth's only natural satellite

 earth is the third planet from the Sun and the only astronomical object known to harbor life. According to radiometric dating and other sources of evidence, Earth formed over 4.5 billion years ago.Earth's gravity interacts with other objects in space, especially the Sun and the Moon, Earth's only natural satellite. Earth revolves around the Sun in 365.26 days, a period known as an Earth year. During this time, Earth rotates about its axis about 366.26 times

 

पृथवी का "अर्थ"(Earth), लातिन:"टेरा"(Terra)) जिसे विश्व (The World) भी कहा जाता है, सूर्य से तीसरा ग्रह और ज्ञात ब्रह्माण्ड में एकमात्र ग्रह है जहाँ जीवन उपस्थित है। यह सौर मंडल में सबसे घना और चार स्थलीय ग्रहों में सबसे बड़ा ग्रह है।

रेडियोधर्मी डेटिंग और साक्ष्य के अन्य स्रोतों के अनुसार, पृथ्वी की आयु लगभग 4.5 बिलियन साल हैं। पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण, अंतरिक्ष में अन्य पिण्ड के साथ परस्पर प्रभावित रहती है, विशेष रूप से सूर्य और चंद्रमा से, जोकि पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह हैं। सूर्य के चारों ओर परिक्रमण के दौरान, पृथ्वी अपनी कक्षा में 365 बार घूमती है; इस प्रकार, पृथ्वी का एक वर्ष लगभग 365.26 दिन लंबा होता है। पृथ्वी के परिक्रमण के दौरान इसके धुरी में झुकाव होता है, जिसके कारण ही ग्रह की सतह पर मौसमी विविधताये (ऋतुएँ) पाई जाती हैं।[19]पृथ्वी और चंद्रमा के बीच गुरुत्वाकर्षण के कारण समुद्र में ज्वार-भाटे आते है, यह पृथ्वी को इसकी अपनी अक्ष पर स्थिर करता है, तथा इसकी परिक्रमण को धीमा कर देता है।

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water (जल)

Water is a transparent, tasteless, odorless, and nearly colorless chemical substance, which is the main constituent of Earth's streams, lakes, and oceans, and the fluids of most living organisms. It is vital for all known forms of life, even though it provides no calories or organic nutrients.

Molar mass: 18.01528 g/mol

Melting point: 0 °C

Boiling point: 100 °C

Formula: H2O

Density: 997 kg/m³

IUPAC ID: Water, Oxidane

जल या पानी एक आम रासायनिक पदार्थ है जिसका अणु दो हाइड्रोजन परमाणु और एक ऑक्सीजन परमाणु से बना है - H2O। यह सारे प्राणियों के जीवन का आधार है। आमतौर पर जल शब्द का प्प्रयोग द्रव अवस्था के लिए उपयोग में लाया जाता है पर यह ठोस अवस्था (बर्फ) और गैसीय अवस्था (भाप या जल वाष्प) में भी पाया जाता है। पानी जल-आत्मीय सतहों पर तरल-क्रिस्टल के रूप में भी पाया जाता है

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air (वायु)

Air in the Earth's atmosphere. Air around us is a mixture of many gases and dust particles. It is the clear gas in which living things live and breathe. It has an indefinite shape and volume. It has no colour or smell. It has mass and weight, because it is matter. The weight of air creates atmospheric pressure. There is no air in outer space.

Air is a mixture of about 78% nitrogen, 21% oxygen, 0.9% argon, 0.04% carbon dioxide, and very small amounts of other gases. There is an average of about 1% water vapour.

वायु पंचतत्त्वों में से एक हैं। अन्य है पृथ्वी, जल, अग्नि व आकाश। वायु सभी मनुष्यों, जीवों एवं वनस्पतियों के लिए अत्यंत आवश्यक है। इसके महत्त्व का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि मनुष्य भोजन के बिना हफ्तों तक जल के बिना कुछ दिनों तक ही जीवित रह सकता है, किन्तु वायु के बिना उसका जीवित रहना असम्भव है। मनुष्य दिन भर में जो कुछ लेता है उसका 80 प्रतिशत भाग वायु है। ज्ञातव्य है कि प्रतिदिन मनुष्य 22,000 बार सांस लेता है। इस प्रकार प्रत्येक दिन में वह 16 किलोग्राम या 35 गैलन वायु ग्रहण करता है।

वायु विभिन्न गैसों का मिश्रण है जिसमें नाइट्रोजन की मात्रा सर्वाधिक 78 प्रतिशत होती है जबकि 21 प्रतिशत ऑक्सीजन तथा 0.03 प्रतिशत कार्बन डाइ ऑक्साइड (CO2) पाया जाता है तथा शेष 0.97 प्रतिशत में हाइड्रोजनहीलियमआर्गननिऑनक्रिप्टनजेनानओज़ोन तथा जल वाष्प होती है। वायु में विभिन्न गैसों की उपरोक्त मात्रा उसे संतुलित बनाए रखती है। इसमें जरा-सा भी अन्तर आने पर वह असंतुलित हो जाती है और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित होती है। श्वसन के लिए ऑक्सीजन ज़रूरी है

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Sky (आकाश)

The sky is everything that lies above the surface of the Earth, including the atmosphere and outer space. In the field of astronomy, the sky is also called the celestial sphere. This is viewed from Earth's surface as an abstract dome on which the Sunstarsplanets, and Moon appear to be traveling. The celestial sphere is conventionally divided into designated areas called constellations. Usually, the term sky is used informally as the point of view from the Earth's surface; however, the meaning and usage can vary. In some cases, such as in discussing the weather, the sky refers to only the lower, more dense portions of the atmosphere.

किसी भी खगोलीय पिण्ड (जैसे धरती) के वाह्य अन्तरिक्ष का वह भाग जो उस पिण्ड के सतह से दिखाई देता है, वही आकाश (sky) है। अनेक कारणों से इसे परिभाषित करना कठिन है। दिन के प्रकाश में पृथ्वी का आकाश गहरे-नीले रंग के सतह जैसा प्रतीत होता है जो हवा के कणों द्वारा प्रकाश के प्रकीर्णन के परिणामस्वरूप घटित होता है। जबकि रात्रि में हमे धरती का आकाश तारों से भरा हुआ काले रंग का सतह जैसा जान पड़ता है।

आसमान का रंग उसका अपना नहीं होता है। सूर्य से आने वाला प्रकाश जब आकाश में उपस्थित धूल इत्यादि से मिलता है तो वह छितरता जाता है। नीला रंग, अपने अपेक्षाकृत कम तरंगदैर्घ्य के कारण, अन्य रंगों की अपेक्षा अधिक छितरता है इसलिए आकाश का रंग नीला दिखता है।

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Fire(अग्नि)

Fire is the rapid oxidation of a material in the exothermic chemical process of combustion, releasing heatlight, and various reaction products.Slower oxidative processes like rusting or digestion are not included by this definition.

Fire is hot because the conversion of the weak double bond in molecular oxygen, O2, to the stronger bonds in the combustion products carbon dioxide and water releases energy (418 k J per 32 g of O2 ); the bond energies of the fuel play only a minor role here. At a certain point in the combustion reaction, called the ignition point, flames are produced. The flame is the visible portion of the fire. Flames consist primarily of carbon dioxide, water vapor, oxygen and nitrogen. If hot enough, the gases may become ionized to produce plasma. Depending on the substances alight, and any impurities outside, the color of the flame and the fire's intensity will be different.

दहनशील पदार्थों का तीव्र ऑक्सीकरण है, जिससे उष्माप्रकाश और अन्य अनेक रासायनिक प्रतिकारक उत्पाद जैसे कार्बन डाइऑक्साइड और जल उत्पन्न होते हैं। ऑक्सीकरण से उत्पन्न गैस आयनीकृत होकर प्लाज्मा पैदा करते हैं। दहनशील पदार्थ में सन्निहित अशुद्धि के कारण ज्वाला के रंग और आग की तीव्रता में अंतर हो सकता है। सामान्य रूप में आग दाह पैदा करता है जिसमें भौतिक रूप से पदार्थों को क्षतिग्रस्त करने की क्षमता है

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